LIC Policy: एलआईसी की तरफ से ग्राहकों के लिए एक खुशखबरी सामने आई है। बता दे कि एलआईसी (LIC Policy) की तरफ से ग्राहकों के लिए बहुत सारे फायदे प्रदान कर दिए जाते हैं। लेकिन अगर आप बिना रिस्क के मुनाफा प्राप्त करना चाहते हैं तो एलआईसी की स्कीम बहुत ही ज्यादा बढ़िया साबित हो सकती है। इसीलिए आज हम आपको एक ऐसी ही एलआईसी की स्कीम के बारे में बताने वाले हैं जिसके अंदर आपको एलआईसी की ओर से पूरे के पूरे 28 लाखों रुपए तक मिल सकते हैं। इस स्कीम का नाम जीवन प्रगति प्लान बताया जा रहा है। इसीलिए आज हम आपको इसकी पूरी जानकारी देने वाले हैं कि कैसे आपको 28 लाखों रुपए मिल जाएंगे।
एक दिन में जमा करने पड़ते हैं ₹200
इस पॉलिसी के अंदर जो भी निवेशक होता है उसको हर दिन ₹200 यानी कि 1 महीने के अंदर ₹6000 का निवेश करना पड़ता है। लेकिन अगर आप इस पैसे को 20 साल तक निवेश करते हैं तो आपको मैच्योरिटी पर 28 लाखों रुपए का फायदा प्राप्त हो जाता है। इसके साथ में इसके अंदर आपको कोई भी रिस्क कवर प्राप्त हो जाता है।
– इसी के साथ जीवन प्रगति प्लान के अंदर नियमित रूप से प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है।
– इस पॉलिसी के अंदर आपको लाइफ कवर प्राप्त हो जाता है जो कि हर 5 साल की अवधि पर बढ़ता ही चला जाता है।
– इसी के साथ में आपको बता दें कि इस पॉलिसी का टर्म कम से कम 12 साल और ज्यादा से ज्यादा 20 साल तक का रहता है।
– अगर आप इस पॉलिसी के अंदर निवेश करना चाहते हैं तो आपकी ज्यादा से ज्यादा 45 साल की उम्र होनी चाहिए।
– इसके अंदर अधिकतम निवेश की कोई भी सीमन नहीं रखी गई है।
– यह पॉलिसी non-linked के साथ साथ बचत और सुरक्षा का भी फायदा प्रदान कर देती है।
– यह योजना के अंदर आपको साल में, तिमाही में और साथ ही छमाही के रूप में प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है।
नॉमिनी को भी मिल जाते हैं पैसे
जानकारी के लिए आपको बता दें कि अगर पॉलिसी के समय पर जो भी निवेशक होता है उसकी अगर मृत्यु हो जाया करती है तो उसके नॉमिनी को पॉलिसी के पैसे प्राप्त हो जाते हैं। LIC Jivan Pragati plan (LIC Policy) की यह सबसे खास बात बताई गई है कि इसके अंदर निदेशकों को रिस्क कवर हर 5 साल में बढ़ता नजर आता है। यानी कि हर 5 साल के अंदर आपको मिलने वाली जो भी अमाउंट होती है उसके अंदर इजाफा होने लग जाता है।
3 साल के बाद भी किया जा सकता है सरेंडर
इतना ही नहीं एक और खास बात इस योजना की बताई जा रही है कि अगर आप इस पॉलिसी के अंदर 3 साल तक निवेश तो करते हैं लेकिन उसके बाद में इसको सरेंडर कर देते हैं तो पॉलिसी धारक को सरेंडर वैल्यू भी प्राप्त हो जाती है।